UPPSC EXAMS पर विद्यार्थीयों का प्रदर्शन क्यों

 पांच नवंबर 2024 को UPPSC द्वारा जारी की गयी एक नोटिस ने तैय्यारी कर रहे अभ्यर्थियों की नींद उड़ा ली आज हम जानेंगें कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो आज दिनांक 13/11/2024 तीन दिन से प्रयागराज में छात्रों द्वारा एक मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है ।



5 नवंबर की UPPSC द्वारा जारी नोटिस में क्या था ?

1- पांच नवंबर को जारी नोटिस में लिखा गया PCS प्री इग्जाम 7 और 8 दिसंबर को होगी यह परीक्षा दो भागों में होगी दो शिफ्टों में होगी ।
2- RO,ARO के पेपर (इग्जाम) 22 दिसम्बर व 23 दिसम्बर को होगी यह परीक्षा तीन भागों में होगी तीन शिफ्टों में होगी ।
3- अंक निर्धारण (परिक्षा फल) में नार्मलाइजेशन का उपयोग किया जायेगा नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू की जाएगी। 
यह सभी बातें जारी की गयी नोटिस में लिखा गया था जो विद्यार्थीयो को स्वीकार नहीं है ।

अभ्यर्थियों की मांगे क्या है ?

तैयारी कर रहे अभ्यर्थी नोटिस देखने के बाद कुछ मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है वो मांगें हैं कि UPPCS की परीक्षा तथा RO /ARO की परीक्षा एक ही दिन में एक ही शिफ्ट में कराई जाए  ।
नार्मलाइजेशन जैसी ब्यवस्था लागू न की जाए विज्ञप्ति की गई नोटिस के अनुसार परीक्षा कराई जाए अगर मेरी मांगों को पूरी नहीं किया जाएगा तो यह प्रदर्शन और भी बड़ा हो सकता है हम सब इतनी मेहनत करने के बाद सरकार के सिस्टम से हारने के लिए कभी तैयार नहीं हो सकते ।

क्या है नार्मलाइजेशन जिससे अभ्यर्थी सहमत नहीं ?

1- नार्मलाइजेशन प्रक्रिया वह प्रक्रिया है जिसमें किसी एक परीक्षा को दो दिन दो शिफ्ट में कराई जाए ।
2- इस नार्मलाइजेशन प्रक्रिया का मकसद है कि अभ्यर्थियों के परीक्षाफल के अंक बराबर ( नार्मलाइजेशन) एक पैमाने अनुसार लाये जा सके ।
3- एक से अधिक दिन एक से अधिक शिफ्ट में कराई गयी परीक्षा में कोई प्रश्न पत्र सरल हो सकता है तथा कठिन हो सकता है कठिन तथा सरल प्रश्न पत्र होने से अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव हो सकता है।
4- नार्मलाइजेशन के आधार पर अंक प्राप्त होने पर अंक घटने तथा बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है ।

नार्मलाइजेशन का फॉर्मूला क्या है 

शिफ्ट के टॉपर अभ्यर्थियों के अंक को 100 पर्सेंटाइल अंक मान कर नार्मलाइजेशन किया जाता है ।
फॉर्मूला :- किसी एक अभ्यर्थी का पर्सेंटाइल स्कोर निकालने के लिए शिफ्ट में बैठे उन अभ्यर्थियों की संख्या को शिफ्ट में शामिल कुल अभ्यर्थी की संख्या से भाग देना है जिन्होंने उक्त अभ्यर्थी से कम या बराबर अंक हासिल किए हों इस प्रकार की प्रक्रिया के बाद जो परिणाम आयेगा उसे 100 से (पूर्णाक) गुणा करना होता है ।
#kklsaurabh 

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